सुनिये बीएस बस्सी कन्हैया को पीटने वाले अज्ञात नहीं राजनाथ सिंह के पास खड़ा यह वकील है. आप शोले फिल्म के असरानी की भूमिका वाले पुलिस अफसर बनके दिल्ली पुलिस की नाक कटवा चुके हैं.
मुकेश कुमार
बीएस बस्सी साहब आपको दूर दृष्टि दोष है या निकट दृष्टि दोष या मायोपिया या ट्रेकोमा इसकी जानकारी तब लूँगा जब आप अगले सूचना आयुक्त बन जायेंगे. जो यह भी नहीं देख पा रहा है कि इतनी अधिक संख्या में पुलिस बल के होने के बाद भी “अज्ञात”लोगों ने कन्हैया पर हमला किया और डाक्टरों के अनुसार नाक और पैरों को नुक़सान पहुँचाया गया. आपको देखकर सच में मुझको शोले के असरानी की याद आती है. सच बताना आप उनसे प्रभावित तो नहीं रहे हो.
देख लो यह अज्ञात कितना ज्ञात है भाजपा खेमे में जिसकी आप चाट रहे है. 29 फ़रवरी के बाद शरणस्थली कंहा होगी,इसका अंदाज़ा है मुझको. सुनो,क़यामत के दिन क्या हिसाब दोगे.
इस आदमी को तुम हाथ नहीं लगा सकते क्यूकिं यह आपके आका का काका है. मुझे शक होता है कि आपने सचमुच संविधान की शपथ ली है या नागपुरिया संविधान आपको चलाता है. आपने दिल्ली पुलिस को नपुंसक बना दिया है जो किसी आरोपी को सुरक्षित न्याय के लिए भी अदालत नहीं ला-ले जा सकती है.
अपने ईश्वर से डरो, जब तेरे गुनाहों का हिसाब होगा तो क्या कहोगे कि मैं ड्यूटी नहीं कर रहा था बल्कि अपने आका के आज्ञा का पालन कर रहा था.
ख़ैर,सूचना आयुक्त की अग्रिम बधाई.आपको कम से कम राज्यपाल बनाना चाहिए था.