जनता दल यू के प्रवक्ता और बिहार लेजिसलेटिव काउंसिल के सदस्य नीरज कुमार ने भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी पर आक्रमण करते हुए कहा है कि बुजुर्गों का अपमान करना ही उनका संस्कार है.
नीरज ने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं बिहारविधान परिषद में नेताप्रतिपक्ष श्रीसुशील कुमार मोदी के बयानों की समीक्षा की जाये तो यह स्पष्ट होता है कि श्री मोदी बिहार के राजनीतिक क्षितिज पर कलही के रूप में उभरे हैं।इनकी वर्तमान कार्यशैली पे रामायण की ये पंक्ति पूर्णतः चरितार्थ होती है।
‘‘कलहीलोगविपत के ओर
डुबतनिजवंषलखतचहुओर।‘‘
आदरणीय सुशील कुमार मोदीजी उपचुनाव के परिणामस्वरूप नेतृत्व पुरूषार्थ में हुए क्षय और विफलता को ढकने के लिए विपक्ष धर्मका पालन करने के बजाय व्यक्तिगत द्वेष की बुनियाद पर कलही संस्कार के कारण अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं।
नीरज ने कह कि जिस व्यक्ति की ईमानदारी के बारे में विधानमंडल के अंदर, विधानमंडल के बाहर देश के अंदर और देश के बाहर(लंदन स्कूल आफ इकानोमिक्स में) प्रशंसा करते नहीं थकते थे आज सत्ता से बेदखल होने पर और खास कर उपचुनाव के बाद उसी व्यक्ति पर अनर्गल आरोप लगारहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के भीष्मपितामह कहलाने वाले त्याग और तपस्या के प्रतीक श्री कैलाशपति मिश्र का जन्मदिन मनाना भी ये मुनासिब नहीं समझे, इन्हों ने ताराकांत झा को अपने दूषित कार्यशैली से अपमानित किया, इन्हीं की कार्यप्रणाली से परेशान होकर चंद्रमोहनराय जैसे कुशल शासनकर्ता भी राजनीति से संन्यास लेने की बात कहते हैं।डा॰सी॰पी॰ठाकुर जैसे राजनीतिज्ञ एवं प्रख्यात चिकित्सक से मतलब निकल गया तो पहचानते नहीं,वाला व्यवहार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बुजुर्गो का अपमान इनके व्यक्तिगत संस्कार में है पार्टी संस्थापकों की आत्मा को कष्ट देना इनके संस्कार का अंग हो गया है।इसका परिणाम भारतीय जनतापार्टी को आगामी चुनाव में भुगतना पड़ेगा।