प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटते लिंगानुपात को अत्यधिक चिंताजनक बताते हुए आज कहा कि बेटों की तुलना में बेटियां कम नहीं होती, इसलिए समाज को बेटियों के प्रति अपनी सोच बदलनी होगी। श्री मोदी ने हरियाणा के पानीपत में बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना की शुरुआत करते हुए कहा कि बेटियों की संख्या कम हो रही है। पूरे देश में लिंगानुपात लगातार घट रहा है और यह अत्यंत चिंताजनक स्थिति है। बेटी को बचाना है और यह संदेश पूरे देश में पहुंचना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। खेलों में पदक लाने में वे असाधारण योगदान दे रही हैं। विज्ञान के क्षेत्र में उनकी उपलबि्ध किसी से कम नहीं है। सेवा और शिक्षा के क्षेत्र में भी पीछे नहीं हैं। इसके बावजूद बेटियों के प्रति हमारी अवधारणाएं सदियों पुरानी हैं। बेटी के प्रति बेटे से कम लगाव हमारी मानसिक बीमारी का प्रतीक है।
श्री मोदी ने कहा कि बेटी के बिना समाज का अस्तित्व नहीं है। उनका कहना था कि यदि बेटी ही नहीं होगी तो बहू कहां से आएगी। उन्होंने कहा कि यह अवधारणा पूरी तरह सही नहीं है कि बेटे बुढापे का सहारा होते हैं. यदि ऐसा होता तो वृद्धावस्था आश्रम बनाने की जरूरत नहीं पडती। इस मौके पर फिल्म अभिनेत्री माधुरी दीक्षित ने भी बेटी बचाओ अभियान की तारीफ की और कहा कि बदलते समाज में बेटियों की भूमिका भी बदली है।