भारतीय जनता पार्टी विधानमंडल दल के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव एवं उनके परिवार के कथित जमीन घोटाला मामले में एक और खुलासा करते हुये कहा कि कात्याल परिवार ने श्री यादव के लिए बेनामी जमीन खरीदने के उद्देश्य से ही कंपनी ए. के. इफोसिस्टम्स बनाई थी।
श्री मोदी ने जनता दरबार के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बिहटा में शराब कारखाना लगाने में मदद देने के एवज में उद्योगपति ओमप्रकाश कात्याल परिवार द्वारा बनाई गई कंपनी ए.के.इंफोसिस्टम्स का उद्देश्य केवल तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के लिए बेनामी जमीन खरीदना था ताकि भविष्य में जमीन समेत पूरी कंपनी लालू परिवार को सौंपी जा सके। भाजपा नेता ने कहा कि ए. के. इंफोसिस्टम्स ने मार्च 2007 में 39 लाख रुपये में पटना के पानापुर में 28.57 डिसमिल और चितकोहरा में 43 डिसमिल यानि कुल 72 डिसमिल जमीन खरीदी। इसके अलावा इस कंपनी ने श्री यादव के दोनों मंत्री पुत्रों तेजप्रताप यादव (पर्यावरण एवं वन मंत्री) और तेजस्वी यादव (उप मुख्यमंत्री) को उनके चाचा (श्री यादव के भाई) प्रभुनाथ यादव से उपहार में मिली 13 लाख रुपये मूल्य की सलेमपुर डुमरा में दो कट्ठा एक धुर जमीन समेत उस पर बने दो मंजिला मकान को 70 लाख रुपये में खरीद ली। इस संपत्ति को खरीदने के लिए ओमप्रकाश कात्याल ने ए. के. इंफोसिस्टम्स को 80 लाख रुपये और अमित कात्याल ने 35 लाख रुपये (कुल एक करोड़ 15 लाख रुपये) कर्ज के तौर पर दिये।