प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस से जुड़ी गोपनीय 100 फाइलों को आज उनकी 119वीं जयन्ती पर आम जनता के लिए सार्वजनिक कर दिया, जिसके बाद उनकी मृत्यु के रहस्य पर से पर्दा उठने की संभावना है ।
श्री मोदी ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय अभिलेखागार में नेताजी के परिजनों की मौजूदगी में एक समारोह में इन फाइलों की डिजिटल प्रतियों को जारी किया। इस मौके पर संस्कृति मंत्री महेश शर्मा एवं शहरी विकास राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री के साढ़े बारह बजे राष्ट्रीय अभिलेखागार पहुंचने पर नेताजी की आवक्ष प्रतिमा पर माल्यार्पण करके उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इससे पहले उन्होंने संसद भवन परिसर में नेताजी के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की जहां नेताजी के परिवार के लोग मौजूद थे जो बाद में राष्ट्रीय अभिलेखागार पहुंचे।
रहस्य उजागर होंगे
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिजनों का मानना है कि देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले इस वीर सेनानी की मौत से जुड़े रहस्य का सच जानने का प्रयास ईमानदारी और शिद्दत से किया गया होता तो सारी हकीकत बहुत पहले ही सामने आ चुकी होती। नेताजी की भतीजी चित्रा बोस ने इस मौके पर कहा कि अपने प्रिय नेता की मौत से जुड़े सच को पूरा देश जानना चाहता है। सुश्री बोस नेताजी के भाई शरद बोस की छोटी पुत्री हैं।