संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सीसैट के खिलाफ हंगामा जारी है.दिल्ली में कुछ छात्रों ने आत्मदाह की कोशिश की उधर केंद्र सरकार ने कहा उनके साथ नाइंसाफी नहीं होने दी जायेगी.
कार्मिक मामलों के राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने आज राज्यसभा में कहा, ‘सीसैट 2011 से लागू हुआ है. हम छात्रों की दिक्कतों को गंभीरता से ले रहे हैं. हम छात्रों को समझा रहे हैं. हमने इस मामले पर एक कमेटी का गठन किया है जो एक हफ्ते में रिपोर्ट देगी.
इस बीच यूपीएससी ने पुराने ढर्रे पर हीछात्रों को एडमिट कार्ड जारी किया है उसी के बाद छात्र सड़कों पर आ गये.
CSAT का विरोध कर रहे अब तक 100 छात्रों को हिरासत में लिया गया है. इस मसले पर आज संसद के दोनों सदनों में भी हंगामा हुआ. राज्यसभा की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी. हिंदी छात्रों की उपेक्षा का मुद्दा लोकसभा में भी उठा. आरजेडी सांसद पप्पू यादव समेत कई विपक्षी सांसदों ने सदन में नारेबाजी की.
सपा का आरोप है कि हिंदी समेत सभी क्षेत्रीय भाषाओं के साथ भेदभाव हो रहा है. वहीं, बसपा ने कहा है कि सरकार छात्रों को मजबूर कर रही है. जद(यू) अध्यक्ष शरद यादव ने क्षेत्रीय भाषा के छात्रों के साथ भेदभाव हो रहा है.
उधर आंदोलन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने बेरहमी से लाठियां बरसायीं हैं और सौ से ज्यादा छात्रों को हिरासत में भी लिया गया. इस मामले में दिल्ली के एडिसनल सीपी एसबी त्यागी पर गाज गिर सकती है.
उन्हें छात्रों को पीटते हुए और सडक पर पटकते हुए कैमरे में कैद किया गया है.