पिछले दो दिनों हो रही बारिश के कारण जहां पटना के कई नीचले इलाकों में पानी भर गया है वहीं राजधानी की लाइफलाईन माने जाने वाले बेली रोड के धंस जाने से इसपर यातायात को रोक दिया गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजधानी पटना की लाइफलाइन कहे जाने वाले बेली रोड के बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के पास बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुये हिस्से का निरीक्षण किया और कहा कि ऐसी घटना दुबारा न हो इसके लिए विशेषज्ञों की राय ली जाएगी।
श्री कुमार ने आज यहां जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर बन रहे फ्लाई ओवर के समीप क्षतिग्रस्त हुयी सड़क का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से कहा कि यह सड़क लगभग 100 साल पुरानी है और इससे पहले कभी भी ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं हुई थी। वर्षापात पहले भी हुआ है इससे कई गुना ज्यादा वर्षा हुई है, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ है। सड़क के बीच के हिस्से की खुदाई कर जो काम किया जा रहा था, उसी सिलसिले में यह बात उजागर हो गई तो इसे रि-स्टोर करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन विशेषज्ञों के परामर्श से यह पथ चक्र बन रहा है, उन्हें बुलाकर इसका गहन अध्ययन कराया जाएगा। वहीं, मेट्रो रेल के विशेषज्ञ से भी नेहरु पथ का अध्ययन कराया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सड़क का चौड़ीकरण भी हुआ है। इसके ड्रेनेज पर भी काम किया गया है। इस सड़क पर यातायात की बहुलता को देखते हुए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के विशेषज्ञों ने अध्ययन करके पथ चक्र बनाने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा कि इसके बगल में कई सड़कें हैं और यातायात कई स्थानों पर बाधित होता है, उसका एक मात्र उपाय था पथ चक्र, जिसका नामकरण किया गया “लोहिया पथ चक्र” और उस पर पथ निर्माण विभाग ने काम करना प्रारंभ कर दिया।