भारत, चीन, रुस, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका-ब्रिक्स देशों के बीच हुए ‘पॉलिसी प्लानिंग डायलॉग’ में आपसी सहयोग और लोगों की समस्याओं को दूर करने से संबंधित पांच सूत्री पहल पर सहमति बनी। विदेश मंत्रालय की ओर से यहां जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि बैठक में आपसी सहयोग के लिए संस्था का निर्माण, ब्रिक्स की पूर्व की बैठकों में लिए गये निर्णयों को लागू करने, जिनमें सदस्य देशों के प्रधानमंत्रियों की घोषणाएं भी शामिल है , वर्तमान में कार्य कर रहे तंत्रों के बीच बेहतर तालमेल बनाने, नये तंत्रों को विकसित करने तथा सदस्य देशों के बीच सहमति के मुद्दों पर लगातार सहयोग का कार्य किये जाने पर सहमति बनी ।
पटना में आयोजित हुई बैठक
बाद में ब्रिक्स देशों का प्रतिनिधिमंडल ने बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात की । श्री कोविंद ने प्रतिनिधिमंडल को बिहार के एतिहासिक स्थलों की जानकारी दी और कहा कि विश्व के कई देशों के साथ मधुर संबंध बनाये रखने में इनका अहम योगदान है । बैठक में ब्राजील के माइकल आर्सलनियन नेटो, रूस के ओलेग स्टेपानोव, चीन के वी वेनबिन और दक्षिण अफ्रिका के डेविड मलकोमसोन और भारत की ओर से विदेश मंत्रालय में नीति, योजना और अनुसंधान के संयुक्त सचिव संतोष झा ने हिस्सा लिया । गौरतलब है कि ब्रिक्स देश विश्व की पांच बड़ी आर्थिक महाशक्तियों का प्रतिनिधित्व करता है । विश्व व्यापार में इसका हिस्सा 17 प्रतिशत और सकल घरेलू उत्पाद में 37 प्रतिशत है। ब्रिक्स देशों में विश्व की कुल जनसंख्या का 43 प्रतिशत लोग रहते हैं ।