राजद ने भारतीय जनता पार्टी के विज्ञापनों को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन और संविधान की भावना की अवहेलना बताते हुए चुनाव आयोग से इसकी मान्यता रद्द करने का आग्रह किया ।
राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज कुमार झा के नेतृत्व में यहां पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयोग को एक ज्ञापन देने के बाद पत्रकारों से कहा कि भाजपा ने पिछले दो दिनों में पटना से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्रों में ‘वोटों की खेती के लिए, आतंक की फसल सींचना क्या सुशासन है’ शीर्षक से विज्ञापन दिया है । चुनाव के समय में इस तरह का मनगढंत और झूठा विज्ञापन देना आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के साथ ही संविधान की भावना की अवहेलना भी है । श्री झा ने बताया कि भाजपा के इस आचरण के लिए आयोग से उसकी मान्यता रद्द किये जाने का आग्रह किया गया है, जिससे की भविष्य में अन्य कोई राजनीतिक दल इस तरह का आचरण न कर सके । राजनीतिक दल के इस तरह के आचरण से स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव करा पाना असंभव है ।
उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के माध्यम से मुख्य चुनाव आयुक्त को भी इस संबंध में ज्ञापन भेजा गया है । राजद प्रवक्ता ने कहा कि चुनाव नेतृत्व और कार्यक्रम के आधार पर लड़ा जाता है न कि मनगढंत आरोप, झूठ और पाखंड के आधार पर । उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में दलितों,पिछड़ों,अतिपिछड़ों और समाज के अन्य वर्गों का राजद और उसके गठबंधन के सहयोगी दलों को मिल रहे भारी समर्थन से भाजपा में बौखलाट है और इसी को लेकर झूठा प्रचार किया जा रहा है । उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन के पक्ष में ऐसी गोलबंदी भाजपा के नेताओं ने पहले कभी नहीं देखी होगी जिससे घबराकर भाजपा ऐसे हथकंडे अपना रही है।