मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने आज दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में साफ कर दिया कि जदयू का गठबंधन भाजपा के साथ जारी रहेगा. साथ ही उन्होंने लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग पर हो रही चर्चा के 17 – 17 सीटों पर लड़ने का फॉर्मूला भी दिया है.
नौकरशाही डेस्क
नीतीश कुमार के इस फैसले के बाद अब बिहार में जदयू और भाजपा के बीच गठबंधन को लेकर चल रही अटकलों पर अब विराम लगता दिख रहा है. इससे पहले इस तरह की अटकलें लगायी जा रही थी कि नीतीश कुमार की अगुवाई वाली पार्टी राजद और कांग्रेस के साथ अपने गठबंधन की संभावनाओं पर विचार कर सकती है.
मालूम हो कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह 12 जुलाई को पटना आ रहे हैं. ऐसे में जदयू की इस बैठक के बाद नीतीश कुमार की अमित शाह के साथ होने वाली मुलाकात को भी अहम माना जा रहा है. हालांकि दोनों के मुलाकात की कोई अधिकारिक सूचना नहीं है. ध्यान रहे कि 2014 के आम चुनावों में भाजपा ने राज्य में 40 लोकसभा सीटों में से 22 पर जीत हासिल की थी और उसके गठबंधन सहयोगियों लोजपा और रालोसपा ने क्रमश: छह और तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी. जदयू तब केवल दो सीटें जीत सकी थी.