भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की हार का दावा करते हुए आज कहा कि भाजपा को देश की बहुरंगी संस्कृति से नफरत है।
श्री भट्टाचार्य ने कहा कि लोकसभा चुनाव के तीन चरणों के मतदान के बाद भाजपा की हार तय हो गई है। यह चुनाव मुद्दों पर है और जनता के मुद्दे स्पष्ट हैं। लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता के किसी भी मुद्दे पर बात नहीं कर रहे हैं। भाजपा के पास देश में सांप्रदायिक उन्माद एवं उसके जरिए ध्रुवीकरण करने के अलावा कोई दूसरा एजेंडा नहीं है। उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों के सवालों का कभी सामना नहीं किया क्योंकि किसानों, छात्र-नौजवानों के शिक्षा-रोजगार से जुड़े सवालों पर कहने के लिए उनके पास कुछ नहीं है।
माले महासचिव ने कहा कि जिस तरह से संघी आतंकवाद की प्रतीक प्रज्ञा सिंह ठाकुर को बीमारी का बहाना बनाकर जमानत दिलवाई गयी और उन्हें भोपाल से भाजपा चुनाव लड़वाया गया। वह सीधे-सीधे कानून का उल्लंघन है। प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कैंसर जैसी बीमारी का नाम लेकर जमानत हासिल की है, जो सरासर झूठ साबित हुआ। बाहर निकलते ही उन्होंने शहीद हेमंत करकरे का अपमान किया। शहीदों के प्रति भाजपा का असली चेहरा इस उदाहरण से बहुत साफ हो जाता है।