कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी को चंदा देने वाली मुखोटा कंपनियों ने बैंकों के 31 हजार करोड़ रुपए का गबन किया है और इस मामले की समयबद्ध तरीके से व्यापक और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने बुधवार को यहां पार्टी की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में आरोप लगाया कि एक खुलासे के अनुसार घोटाला करने वाली कंपनियों ने भाजपा को 20 हजार करोड़ रुपए का चंदा दिया है और इसके बदले 31 हजार करोड़ रुपए डकार लिए हैं। इन कंपनियों ने झुग्गी झोंपड़ी में रहने वाले लोगों की स्थिति में सुधार के लिए काम करने की आड़ में देश के बैंकों से 98 हजार करोड़ रुपए का ऋण लिया और इसमें से 31 हजार करोड़ रुपए डकारे हैं।
उन्होंने कहा कि बैंकों से ऋण लेने वाली मुखोटा कंपनियों की संख्या 40 से ज्यादा है और इनमें से कई कंपनियों ने भाजपा को चंदा दिया है। उनका कहना था कि अनुच्छेद 182 के तहत राजनीतिक दलों को वही कंपनियां चंदा दे सकती हैं जो लाभ में हों लेकिन इनमें भाजपा को दो कराेड़ रुपए का चंदा देने वाली कंपनियां घाटे वाली हैं और दोनों कंपनियों ने अपनी बैलेंस सीट नहीं बतायी है।
प्रवक्ता ने कहा कि बैंकों का 31 हजार करोड़ रुपए का गबन करने वाली कंपनियों ने 32 बैंकों से ऋण लिया है और इसमें 11 हजार करोड़ रुपए देश में सरकारी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक से लिया गया है। इसी तरह से सरकारी क्षेत्र के एक अन्य बैंक ऑफ बड़ोदा से चार हजार करोड़ रुपए का कर्ज लिया है। उन्होंने कहा कि यह देश का सबसे बड़ा वित्तीय घोटाला है और इस पूरे प्रकरण की व्यापक स्तर पर और निष्पक्ष जांच आवश्यक है। उनका यह भी कहना था कि इस घोटाले की जांच का कार्य समयबद्ध तरीके से किया जाना चाहिए।