केरल के दौरे गए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा को रोकने की बात कही । केरल में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा को केरल में नहीं आने देना चाहिए । अगर भाजपा आई तो केरल का सांप्रदायिक सौहार्द का माहौल बिगाड़ देगी ।
शराबबंदी की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि शराबबंदी अब देश का मुद्दा बन चुका है । इसके लिए प्रधानमंत्री को भी शराबबंदी को लेकर अपना नजरिया स्पष्ट करना चाहिए । देश की जनता अब शराबबंदी को लेकर उत्साहित है । इसे अब देश में एक मुहिम की तरह चलाया जाना चाहिए । कुत्थूरंबा, वटकारा, कोझीकोड और कलपेट्टा में चुनावी सभाओं में नीतीश ने कहा कि भाजपा को वोट दिया तो मुश्किल में पड़ जाएंगे । इसलिए सावधान हो जाइए । भाजपा के नेता कहते कुछ हैं और करते कुछ और हैं । लोकसभा चुनाव में लोगों को कैसे-कैसे सपने दिखाए गए, लेकिन दो साल बाद भी वादों से आगे बात नहीं बढ़ी है । उन्होंने कहा कि केरल महिला सशक्तिकरण और पंचायतों के अधिकार के लिए जाना जाता है । ऐसे में अगर यहां की सत्ता अगर गलत हाथों में गई तो यहां का विकास कार्य प्रभावित होगा ।