मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज कितने लोगों को याद है कि 1934 में आज ही के दिन इसी अंजुमन इस्लामिया हॉल में कॉग्रेस सोशलिस्ट पार्टी का जन्म हुआ था। मुख्यमंत्री ने कहा कि वरिष्ठ समाजवादी नेता तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जीजी पारीख से मिलने का सौभाग्य मिला। साथ ही इस सम्मेलन में सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटेकर उपस्थित हैं, उन्हें कौन नहीं जानता है। उन्होंने कहा कि आज देश में जो माहौल बन रहा है, वह ठीक नहीं है। मेधा पाटेकर जी नर्मदा आन्दोलन पर एक झटके में पानी फेर दिया गया है।
समाजवादी एकता सम्मेलन में नीतीश ने कहा
भाजपा के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि जितनी आसानी से सत्ता में आये हैं, वैसे ही चले जायेंगे। उन्होंने कहा कि आज इस मंच पर सबसे मिलकर मैं प्रसन्न हूं। समाजवादी विचारधारा बहुत मजबूत हैं, परंतु संगठन की कमी है। आरएसएस के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि विचारधारा में दम नहीं, पर संगठन पर विशेष ध्यान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में जितने भी कार्य किये जा रहे हैं, वे सभी समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया, लोकनायक जयप्रकाश नारायण आदि से प्रभावित हैं।
उन्होंने कहा कि राम मनोहर लोहिया महिलाओं के हक के पक्ष में थे। बिहार महिलाओं को स्थानीय निकायों में पचास प्रतिशत आरक्षण देने वाला पहला राज्य है। भारतीय संविधान में महिलाओं के आरक्षण के लिये एक तिहाई का प्रावधान है, परंतु बिहार में पचास प्रतिशत आरक्षण दिया गया। उन्होंने कहा कि बिहार के विकास के लिये बनाये गये सात निश्चय में से एक निश्चय महिलाओं को राज्य के सभी सेवाओं में 35 प्रतिशत आरक्षण देने का था, इसे हमने लागू भी कर दिया है। उन्होंने कहाकि समाजवादी विचार जबर्दस्त रहा है। इस मौके पर सांसद शरद यादव भी मौजूद थे।