बिहार के स्कूलों के चांपकलों में जहर मिले पानी पीने से 90 बच्चों के बीमार पड़ने से हड़कम्प है इस बीच भाजपा नेता के घर से पानी में जहर मिलाने वालों की गिरफ्तारी से भापजा कटघरे में है.
अभी कुछ दिन पहले छपरा में जहरीले मिड-डे मील खाने से 23 बच्चों की भयावह मौत से बिहार सकते में था. अब सीतामढ़ी, दरभंगा, सम्सतीपुर के 90 से अधिक स्कूली बच्चे जहर मिले पानी से बीमार हो गये हैं. पिछले चार दिनों से राज्य भर में कहराम मचा हुआ है.
साधु के भेस में आये थे जहर मिलाने
इस बीच चांपाकलों में जहर डालने के मामले में एक बड़ा खुलास हुआ है.हिलसा पुलिस ने साधु के भेस में जहर डालने वाले दो युवकों को भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अर्जुन विश्वकर्मा के घर से अरेस्ट किया है.
हिंदुस्तान अखबार की खबरों में बताया गया है कि संतोष और सुनीत नामक इन दोनों युवकों को वहां मौजूद बच्चों ने जहर डाल कर भागते हुए देख लिया था.
मालूम हो कि राज्य सरकार चांपाकलों में जहर से पिछले दिनों बड़ी संख्या में बच्चों के बीमार हो जाने के बाद कहती रही है कि इसमें बड़ी साजिश है. लेकिन हिलसा की घटना के बाद से सत्ता से हाल ही में अलग हुई भाजपा के कुछ नेता संदेह के घेरे में आ गये हैं.
हालांकि हिलसा के भाजपा नेता अर्जुन विश्वकर्मा ने जहर डालने वाले दोनों युवकों को पहचानने से इनकार कर दिया है.
इसबीच हिलसा के थानाध्यक्षक राहुल ने कहा है कि इन दोनों युवकों को प्रत्यक्षदर्शियों की निशानदेही पर गिरफ्तार कर लिया गया है.
ध्यान रहे कि पिछले चार दिनों में सीतामढ़ी, दरभंगा, समस्तीपुर समेत स्कूलों के 90 बच्चे चांपाकल के जहरीले पानी से बेहोशी के बाद बीमार तक हो चुके हैं और इस तरह की शिकायतें राज्य के अन्य जिलों से भी आने लगी हैं. लेकिन हिलसा से जिस तरह भाजपा नेता के घर से जहर डालने वालों की गिरफ्तारी हुई है उससे सरकार के इस आरोप को मजबूती मिली है कि ऐसी घटनाओं में बड़ी साजिश है.
जद यू नेताओं का कहना है कि बिहार की सत्ता से बेदखल भाजपा के लोग सरकार से बौखलाये हुए हैं.