बिहार विधान सभा में प्रतिपक्ष और भाजपा के नेता नंद किशोर यादव ने कहा है कि सीएम जीतनराम मांझी दबंगों वाली भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीतन राम मांझी ने पांच महीनों में ही प्रदेश को जंगलराज-2 के हवाले कर दिया है। श्री यादव ने यहां कहा कि शासन को संवैधानिक तरीके से चलाने में नाकाम रहे मुख्यमंत्री श्री मांझी ने कल पूर्वी चम्पारण में पकड़ीदयाल अनुमंडल अस्पताल के उद्घाटन के मौके पर लापरवाह डॉक्टरों के हाथ काटने की धमकी देकर तो कानून का राज खत्म होने का एलान ही कर दिया।
उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री ही खुद दबंगों की भाषा बोलने लगे हैं। भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री और उनकी सरकार पर लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व वाले राजद का असर साफ दिख रहा है। उन्होंने कहा कि लालू यादव ने लोकसभा चुनाव के दौरान हाजीपुर में जब अधिकारियों को चप्पल मार कर सीधा करने की धमकी दी थी, तब श्री नीतीश कुमार ने उनकी आलोचना की थी। आज जब वह श्री यादव से हाथ मिला चुके हैं, तब डाक्टरों के हाथ काटने की मुख्यमंत्री की धमकी पर पर चुप्पी साधे हुए हैं।
मुहावरा की गलत व्याख्या
उधर सीएम श्री मांझी ने कहा है कि हाथ काटना मुहावरा है। इसे गलत संदर्भ में इस्तेमाल किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों को हिंदी का ज्ञान नहीं है और कम पढ़े लिखे हैं, वे ही इस मुहावरे पर उनके इस्तीफा की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया है। इसलिए वह ऐसे अज्ञानी लोगों की मांग पर अपने पद से इस्तीफा देने वाले नहीं हैं।