भारतीय जनता पार्टी ने आज कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जनादेश कांग्रेस के खिलाफ था और उसने सरकार बनाने के लिए जनता दल (एस) के साथ अपवित्र गठबंधन किया है । भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चुनाव में जनता ने कांग्रेस को नकार दिया और उसकी सीटों 122 से घटकर 78 पर सिमट गयी । उसके मुख्यमंत्री सिद्धरमैया एक सीट पर हार गये और एक सीट पर बहुत ही कम मतों जीत पाये । इसके अलावा उनके आधे मंत्री भी हार गये । दूसरी ओर भाजपा की सीट 40 से बढकर 104 हो गयी और वह सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी ।
भाजपा के सरकार बनाने का दावा करने पर उठे सवालों पर उन्होंने कहा कि जब किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं था तो क्या वहां फिर से चुनाव कराया जाता। भाजपा ने सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने का दावा किया और यदि ऐसा नहीं करती तो यह जनादेश के खिलाफ होता । इसमें कुछ भी अनुचित नहीं था ।
श्री शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और जनता दल (एस) ने अपने विधायकों को होटल में बंधक बनाकर रखा । उन्हें जनता से मिलने तक नहीं दिया । उन्हें जनता से मिलने दिया जाता तो विश्वास मत का परिणाम कुछ और होता । जनता इन विधायकों को बता देती कि उन्हें कहां वोट डालना है ।
उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस किस बात का जश्न मना रही है । क्या वह सीटें घटने , आधे मंत्रियों के हारने , कई सीटों पर उम्मीदवारों की जमानतें जब्त होने और पार्टी ‘तीन पी’ पंजाब , पुड्डुचेरी और परिवार तक सिमटने जश्न मना रही है ।