मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सृजन घोटाला मामले में लालू की आक्रमकता बढ़ती ही जा रही है. अब तो उन्होंने यह दावा कर डाला है कि सृजन घोटाले की सच्चाई जब भाजपा शीर्ष नेतृत्व को लग गयी तो नीतीश के सामने उन्होंने दो विकल्प रखे. जेल जाइए या फिर गठबंधन तोड़िये.
लालू प्रसाद ने मंगलवार को फेसबुक पर बिंदुवार तथ्य उठाये हैं. उन्होंने नीतीश कुमार को सृजन घोटालों के सृजनहार तक कहा है. और दावा किया है कि उनके पास इस घोटाले के तमाम दस्तावेज मौजूद हैं. लालू यही नहीं रुपके. उन्होंने कहा है कि घोटाले की बात दिल्ली में बैठे भाजपा के शीर्ष नेताओं को पता चल गयी तो उन्होंने नीतीश कुमार को करारा संदेश भेजा. उसी के बाद नीतीश कुमार चंद मिनटों के कार्यक्रम के बहाने दिल्ली जाने लगे. उन दिनों वे चार बार दिल्ली गया.
पेश है लालू प्रसाद द्वारा उन पर लगाये गये आरोपों की सूची.
सृजन घोटाले के असल सृजनकार और घोटालेबाजों के सृजनहार नीतीश कुमार की घोटाले में संलिप्तता स्पष्ट रूप से प्रकट हो गई है लेकिन BJP से deal के मुताबिक़ CBI अभी उनपर FIR दर्ज नहीं कर रही है। हमारे पास इससे संबंधित सभी काग़ज़ात मौजूद है।
• 10 जुलाई से लेकर 29 जुलाई तक भागलपुर में चार बार चेक बाउन्स हुआ। अधिकारियों और नीतीश के निर्देश के बावजूद सृजन NGO के लोग हज़ारों करोड़ सरकारी ख़ज़ाने का रुपया लौटाने को तैयार नहीं थे।
• यह बात दिल्ली में बैठे BJP के शीर्ष नेताओं को लग चुकी थी। नीतीश के पास करारा संदेश भेजा गया। इसी दौरान नीतीश चंद मिनटों के सरकारी कार्यक्रम के बहाने दिल्ली प्रवास करने लगे। इस दौरान वो चार बार दिल्ली गए।
• भाजपा आलाकमान ने नीतीश को दो ऑप्शन दिए। जेल जाने का और महागठबंधन तोड़ने का।
• CAG की मार्च 2008 की रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से सृजन घोटाले का ज़िक्र किया गया। इस पर नीतीश ने कोई संज्ञान नहीं लिया।
• 2007-08 में भागलपुर के तत्कालीन DM ने सरकारी ख़ज़ाने का पैसा सृजन के अकाउंट में जमा करने पर पाबंदी लगा दी थी। फिर किसने शुरू करवाया? नीतीश ने भागीदारी के चलते कार्यवाही क्यों नहीं की?
• नीतीश के अधीन आर्थिक अपराध शाखा ने तत्कालीन भू अर्जन अधिकारी जय श्री ठाकुर के खाते से सृजन के करोड़ों रुपए बरामद हुए। फिर भी नीतीश ने कोई कारवाई नहीं की?
• सृजन के खाते में अवैध रूप से सरकारी पैसा जमा कराने का आदेश देने वाले ज़िला अधिकारी को नीतीश ने अपनी पार्टी से 2014 का लोकसभा चुनाव लड़वाया और अभी भी उस अधिकारी को एक महत्वपूर्ण पद दे रखा है। नीतीश बतायें उस अधिकारी से क्या साँठ-गाँठ है?
• नीतीश सृजन घोटाले में बुरी तरह फँस चुके है इसलिए बौखलाहट में अनाप-शनाप बयान दे रहे है। हमें चेतावनी दे रहा है। बड़ी-बड़ी रैलीयों को नुक्कड़ नाटक बोल रहा है।
• नीतीश जब चारों तरफ़ से घिर गया। स्थानीय अख़बारों में घोटाले की ख़बरें छपने लगी तब बताया और बोलता है उजागर किया।
जबतक CBI नीतीश पर FIR नहीं करती राजद आंदोलन करती रहेगी