पूर्व उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने आज आरोप लगाया कि नीतीश सरकार बिजली कम्पनियों के भ्रष्टाचार और निकम्मेपन को सुधारने की बजाय बिजली की दर में 28 से 42 प्रतिशत तक वृद्धि कर जनता पर बोझ डाल रही है।
श्री मोदी ने बिजली की दर में बढ़ोत्तरी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कल दिए भाषण पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी, यदि सरकार के लिए पैसा आसमान से नहीं आता है तो क्या बिजली कम्पनियों के घाटे की भरपाई के लिए जनता के आंगन में आसमान से पैसों की बारिश होती है। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि नीतीश सरकार बिजली कम्पनियों के भ्रष्टाचार और निकम्मेपन को सुधारने की बजाय बिजली की दर में वृद्धि कर जनता पर बोझ डाल रही है।
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री कुमार बतायें कि 12 साल से लगातार उनके मुख्यमंत्री रहने के बावजूद बिजली कम्पनियों के वितरण और संचरण का घाटा आज भी 40 प्रतिशत क्यों है। उन्होंने कहा कि यदि राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) की बिजली मंहगी है तो खुले बाजार में मिल रही सस्ती बिजली को खरीद कर सरकार आपूर्ति क्यों नहीं करती है।