मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपातकाल की वापसी की संभावना के संबंध में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की आशंका को देश के लिए चिंता का विषय बताया। आज पटना में पत्रकारों से कहा कि श्री आडवाणी देश के सबसे वरिष्ठ नेता है। जब उनकी चिंता है, तो सबको इसपर ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमलोग तो झेल रहे है। भाजपा के अंदर की स्थिति बहुत खराब हो चुकी है। पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र समाप्त हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव में उस समय की परिस्थितियों का फायदा उठाकर, तरह-तरह का वादा करके सत्ता में तो आ गई, लेकिन अब देश नहीं चला पा रही है। सत्ता में आते ही पक्षपात करना शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि एक साल पूरा होने के बाद बार-बार कहा जा रहा था कि कोई भी घोटाला नहीं हुआ लेकिन घोटाला तो सामने आ ही गया । अब रोज-रोज घोटाला सामने आयेगा। श्री कुमार ने ललित मोदी-सुषमा प्रकरण को लेकर प्रधानमंत्री पर सीधा हमला किया और कहा कि प्रधानमंत्री की चुप्पी मौनम स्वीकृति लक्षणम को दर्शा रहा है । यह सीधे सीधे तरफदारी का मामला है। उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रति लोगों के मन में घोर निराशा का भाव है। श्री कुमार ने रविंद्र भवन में जनता दल यूनाइटेड :जदयू: के किसान सम्मेलन में कहा कि बिहार में भाजपा पूरे तौर पर घबरायी हुई है। हालत यह है कि आपस में बैठ कर एक नेता तक तय नहीं कर सकते हैं ।