भारतीय जनता पार्टी के सांसद एवं अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाने वाली अपनी ही पार्टी के खिलाफ कटाक्ष करते हुये आज कहा कि भाजपा में व्यक्ति पूजा की प्रधानता है।
श्री सिन्हा ने पटना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिये बगैर इशारों में कहा कि मैं एक तरफ परिवारवाद तो अपने यहां (भाजपा में) व्यक्ति पूजा देखता हूं। लोकतंत्र में तानाशाही नहीं चलेगी। हम एक व्यक्ति की पूजा करते रहें, यह मुझसे नहीं हो पाएगा। सांसद ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के समय नरेंद्र मोदी के ‘चाय बेचने’ के मुद्दे पर निशाना साधते हुये कहा कि यह श्री मोदी का स्टंट था। वह इसका केवल इस्तेमाल करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने कभी भी चाय नहीं बेची।
उन्होंने मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले को देशहित में नहीं माना और कहा कि इससे लोगों की नौकरी चली गई। वह बेघर हो गये। सिन्हा ने प्रधानमंत्री का विरोध करने के बारे में पूछने पर कहा कि उनका विरोध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नहीं, बल्कि मुद्दों से है। उन्होंने कहा कि केंद्र की मौजूदा सरकार में एक टेलीविजन कलाकार (श्रीमती स्मृति इरानी) को मानव संसाधन विकास मंत्री बना दिया गया लेकिन मेरे बारे में हमेशा यह कहा गया कि मैं तो फिल्मों से हूं और मेरे पास राजनीति का अनुभव नहीं है। दरअसल भाजपा में मुझे लालकृष्ण आडवाणी के खेमे का माना जाता है इसलिए मुझे मंत्री पद नहीं दिया गया।