सीएम इन वेटिंग व जदयू के नेता नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार के वर्तमान अनिश्चयकारी माहौल के लिए भारतीय जनता पार्टी और केंद्र की मोदी सरकार पूरी तरह जिम्मेवार है। एक न्यूज़ चैनल को दिए एक इंटरव्यू में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा की सबकुछ भाजपा की सोची-समझी साजिश के तहत हो रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता सच्चाई और हमलोगों के साथ है और सारे साजिशकर्ताओं को समय आने पर करारा जवाब देगी।
माहौल बिगाड़ रही भाजपा
श्री कुमार ने कहा कि बिहार बीजेपी के जो नेता कल तक मांझी सरकार को कोस रहे थे और बिहार में जंगलराज का आरोप लगा रहे थे, वे अचानक से अब मांझी सरकार के गुप्त समर्थक हो गए। उन्होंने कहा कि मांझी सरकार को विश्वास मत प्राप्त करने के लिए इतना लम्बा समय देने का मकसद ही है खरीद-फरोख्त को बढ़ावा देना और राज्य में अनिश्चय का माहौल पैदा करना है। श्री कुमार ने कहा कि भाजपा की कोशिश है वतर्मान अनिश्चय के माहौल का फायदा उठाकर राज्य में अराजकता को बढ़ावा देना। उनकी पूरी साजिश और इच्छा है कि किसी प्रकार विधानसभा अध्यक्ष को 20 फरवरी को विश्वासमत वाले दिन सदन की अध्यक्षता करने से रोकना। इसके लिए वे कोई भी तिकड़म करने को तैयार हैं।
विपक्ष में बैठेगा जदयू
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 फरवरी को आहूत सदन की बैठक में जदयू विधायकों के विपक्ष में बैठने का पार्टी का फैसला स्वाभाविक और सही है। उन्होंने याद दिलाया कि पहले जब जदयू की सरकार में बीजेपी भी थी, तब राजद मुख्य विपक्षी पार्टी थी और अब्दुल बारी सिद्दीकी विपक्ष के नेता थे। जब बीजेपी अलग हुई तो वो मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई और उसके ही लोग दोनों सदनों में विपक्ष के नेता हो गए। इसी प्रकार, जदयू अब मांझी सरकार से अलग है और दोनों सदनों में हमारे ही सदस्यों कि संख्या सर्वाधिक है, इसलिए मुख्य विपक्षी पार्टी अब जनता दल यूनाइटेड हो जाएगी और हमारे ही लोग दोनों सदनों में विपक्ष के नेता होंगे।