नौकरशाही डॉट इन के सम्पादक इर्शादुल हक को दिये एक्सक्लुसिव बातचीत में अमेरिकी फोटोग्राफर ने कहा कि भारत का पीएमओ उनकी फोटो की मुफ्त में कॉपीराइट मांगा जिसे उन्होंने नकार दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फेसबुक वॉलप पर अमेरिकी फोटोग्राफर की फोटो को, बिना उनकी अनुमित के इस्तेमाल किय गया था. इस फोटो को हलका एडिट कर के मोदी ने धनतेरस के मौके पर देशवासियों को शुभकामना दी थी . इस मामले को बौधिक सम्पदा अधिकार का घोर उल्लंघन बताते हुए फोटोग्राफर विमल नेपाल ने सख्त टिप्पणी की. इसके बाद मीडिया में भारी हंगामा हुआ.
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यह इंटर्व्यू 26 अक्टूबर को रात 7 बजे दो पहर में नौकरशाही डॉट इन पर प्रकाशित किया जा रहा है.
बिमल ने कहा कि सोशल मीडिया और कुछ न्यूज वेबसाइट पर उनकी फोटो की चोरी की खबर फैलने के बाद भारत के प्रधान मंत्री कार्यालय से एक मिस्टर हिरेन जोशी ने उनसे सम्पर्क किया और कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के फेसबुक पेज पर उनकी तस्वीर इस्तेमाल की गयी है.
विमल ने कहा कि हिरेन जोशी ने उनसे कहा कि वह उस फोटो की कॉपीराइट फ्री में पीएमओ को दे दें. लेकिन बिमल ने उनकी मांग यह कहते हुए ठुकरा दी कि वह मुफ्त में कॉपीराइट नहीं दे सकते.
बिमल ने नौकरशाही डॉट इन से 25 व 26 अक्टूबर की रात को बात की. बिमल ने कहा कि पीएमओ के उस प्रस्ताव से मैं सकते में आ गया. उन्होंने कहा- “आखिर मैं अपनी बौधिक सम्पदा किसी को मुफ्त में क्यों दूं”.
बिमल ने कहा कि वह इस मामले को तूल नहीं देना चाहते लेकिन यहां सवाल यह है कि किसी की बौधिक सम्पदा की रक्षा कैसे हो? बिमल ने कहा कि हम अपने वकील से इस मामले में बात कर रहे हैं. हमारी फोटो अमेरिकी कॉपीराइट कानून के दायरे में आती है. बिमल का कहना है कि हम किसी के खिलाफ नहीं है. हमारी चिंता कानूनी है.
गौरतलब है कि प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी के फेसबुक पेज के ढ़ाई करोड़ से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. अबतक इस फोटो को 4 लाख इकानवे हजार 5 50 लोगों ने लाइक किया है जबकि 45 हजार 48 लोगों ने शेयर किया है. यह फोटो धनतेरस के दिन यानी 21 अक्टूबर को नरेंद्र मोदी की वॉल पर मामूली बदलाव करके अपलोड की गयी थी.
इस फोटो के बारे में बिमल ने कहा है कि उन्होंने यह फोटो अपनी बेटी अबीना की मदद से 2012 की दिवाली में खीची थी.