भारत को गरीब देश कह के तंज मारने वाले स्नैपचैट के सीईओ इवान स्पीगल को भारतीयों ने दमदार तरीके से सबक सिखाते हुए ऐप्स्टोर पर उसकी रेटिंग ही धराईसाई कर दी है.
दर असल स्पीगल ने कहा था कि स्नैपचैट भारत जैसे गरीब देश के लिए नहीं है. इसके बाद भारत में लोगों ने इवान की इस बयान की सोशल मीडिया पर आलोचना करते हुए ऐप को अनइंस्टॉल कर बेकार रेटिंग देना शुरू कर दिया। रविवार सुबह से ही ट्विटर, फेसबुक पर #boycottsnapchat और #Uninstallsapchat ट्रेंड कर रहा है.
ध्यान रहे कि स्नैपचैट व्हाट्सऐप की तरह मैसेजिंग ऐप है. जो यूरोप और अमेरिकी देशों में काफी लोकप्रिय है.
गूगल ऐप स्टोर पर स्नैपचैट की इन्फो पर ध्यान दें तो ऐप के करंट वर्जन की रेटिंग ‘सिगंल स्टार’ (6,099 रेटिंग्स के मुताबिक) है। रविवार सुबह तक स्नैपचैट की सभी वर्जन की रेटिंग ‘डेढ़ स्टार’ (9,527 रेटिंग्स के मुताबिक) है।
विवाद की शुरुआत अमेरिका की न्यूज वेबसाइट वैराइटी में पब्लिश हुई खबर के बाद हुई। इस खबर में वैराइटी ने स्नैपचैट के पूर्व एंप्लॉयी के हवाले से लिखा था कि कंपनी के सीईओ इवान स्पीगल ने सितंबर 2015 में एक मीटिंग के दौरान कहा था, ‘स्नैपचैट केवल अमीरों के लिए है। मैं इसका बिजनस भारत और स्पेन जैसे गरीब देशों में नहीं फैलाना चाहता।