सुपौल जिले के निर्मली प्रखंड के इंडो-नेपाल सीमा स्थित पिलर संख्या-223 के समीप तिलयुगा नदी में टूटे सीमा बांध के निर्माण के दौरान नेपाल से सैकड़ों की संख्या में लोग लाठी-डंडे से लैस होकर आये और बांध बनाने से रोकने लगे। भारतीय लोगों के विरोध प्रकट करने पर नेपाली नागरिकों ने आक्रामक रूख अख्तियार करते हुए मारपीट प्रारंभ कर दिया। नेपाली नागरिकों का नेतृत्व तिलाठी गांव के देव नारायण यादव कर रहे थे। गुस्साये नेपाली नागरिकों ने बोरे में मिट्टी भरकर बनाये जा रहे बांध को भी ध्वस्त कर दिया।
दैनिक भास्कर के अनुसार, नेपाली सुरक्षा बलों पर नेपाल के नागरिकों को उकसाने का आरोप भारतीय लोगों ने कहा कि नेपाली सीमा सशस्त्र बल व एपीएफ के इंस्पेक्टर ज्ञान बहादुर श्रेष्ठ ने नेपाली नागरिकों को वाहन भरकर पत्थर उपलब्ध कराया गया एवं एपीएफ के द्वारा उकसाया जाने लगा। इस पर नेपाली नागरिकों ने पत्थरों से आक्रमण करते हुए दर्जनों से अधिक भारतीय नागरिकों को जख्मी कर दिया। घटना की खबर मिलते ही कुनौली थानाध्यक्ष विनोद कुमार व डगमारा ओपी अध्यक्ष एनके निराला घटना स्थल पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास करने लगे।
इसी बीच नेपाली नागरिकों द्वारा कुनौली थानाध्यक्ष श्री कुमार का सर्विस रिवाल्वर भी छीनने का प्रयास किया जाने लगा परन्तु नेपाली असामाजिक तत्व अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाये। वहीं प्रखंड प्रमुख सहित दर्जनों स्थानीय लोगों ने मामले को शांत करने का प्रयास किया परन्तु नेपाली नागरिक मानने को तैयार नहीं हुए।