नेपाल के तराई हिस्से और उत्तर बिहार के जलग्रहण इलाके में भारी बारिश के कारण बीते 24 घंटे में सूबे की कई नदियों के जलस्तर में भारी वृद्धि हुई है। गंगा समेत तकरीबन दो दर्जन नदियों के जलस्तर में भारी उफान है।इस बीच प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है और लोगों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की गयी है।
महानंदा, कोसी, अधवारा समूह, बागमती, बूढ़ी गंडक, गंडक, सोन, घाघरा नदियों के तटबंधों पर कई स्थानों पर दबाव उत्पन्न हो गया है। नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने इंजीनियरों से तटबंधों की चौकसी करने और दिन-रात पेट्रोलिंग करने को कहा गया है। तटबंधों पर किसी तरह के अतिरिक्त दबाव और क्षति होने की स्थिति में उनकी युद्धस्तर पर मरम्मत करने की ताकीद की गई है। नेपाल में कोसी नदी के वराह क्षेत्र के साथ-साथ वीरपुर बराज इलाके में पिछले 48 घंटे से जबरदस्त बारिश हो रही है। इससे कोसी नदी के साथ-साथ नेपाल से उत्तर बिहार आने वाली नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। पश्चिमी हिस्से में वाल्मिकीनगर बराज के निकट रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण गंडक नदी का जलस्तर भी बढ़ने लगा है।
पिछली रात से बारिश होने के कारण गंगा नदी बक्सर, हायाघाट, गांधीघाट, हाथीदह, मुंगेर, कहलगांव, साहेबगंज और फरक्का में, सोन पटना के मनेर में लगातार उपर भाग रही है, जबकि कोसी बसुआ, बलतारा, कुरसेला में और महानंदा पूर्णिया के साथ-साथ कटिहार में खतरे की निशान की ओर बढ़ रही है। इसी तरह बागमती बेनीबाद व हायाघाट और बूढ़ी गंडक समस्तीपुर, रोसड़ा व खगड़िया में बढ़ रही है। लगातार हो रही बारिश के बाद नदियों के जलस्तर में और वृद्धि की संभावना है। हालांकि जल संसाधन विभाग ने अपने सभी तटबंधों के सुरक्षित होने का दावा किया है।