इंदौर में दैनिक भास्कर के ग्रूप एडिटर कल्पेश याग्निक की मौत/ खुदकुशी से उपजे सवालों और इंदौर में ही ठीक एक महीना पहले धर्म प्रचारक भैयुजी महाराज की खुदकुशी की समानता/ संयोग पर अतिमहत्वपूर्ण सवाल उठा रहे हैं पत्रकार अमित कुमार
इंदौर में रहस्यमय धर्म धंधेबाज उदय सिंह देशमुख उर्फ भैय्यू जी महाराज और दैनिक भास्कर के समूह संपादक कल्पेश याग्निक की आत्महत्या महज़ संयोग है। या, इसके पीछे की कोई बड़ी दास्तां छिपी है।
* 12 जून 2018 को भैय्यू जी महाराज ने आत्महत्या की थी।
* 12-13 जुलाई 2018 को (ठीक एक माह बाद) कल्पेश याज्ञनिक ने आत्महत्या की।
* दोनों ने इंदौर में आत्महत्या की।
* दोनों को तत्काल उपचार के लिए बॉम्बे अस्पताल ले जाया गया था।
* इससे पहले किसी तथाकथित संत अर्थात, धर्म धंधेबाज ने आत्महत्या नहीं की थी।
* इससे पहले किसी समूह संपादक ने भी आत्महत्या नहीं की थी।
* दोनों बड़े ही रसूखदार हैसियत रखते थे।
*दोनों के सामाजिक राजनीतिक सरोकार काफी गहरे रहे हैं। दोनों मामलों के तथ्यपरक विश्लेषण एवं गहराई से गौर करने पर
और भी कई संयोग या, संगीन समानताएं नजर आती है। क्या यह महज़ दुर्योग है?
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नोट– गौरतलब है कि बीते रोज दैनिक भास्कर के ग्रुप एडिटर कल्पेश याग्निक गुरुवार की रात इंदौर स्थित दैनिक भास्कर के कार्यालय परिसर में मृत पाए गए. समाचार माध्यमों के मुताबिक इंदौर के DIG हरिनायारणचारी मिश्र ने बताया कि पहले यह बात सामने आयी थी कि याग्निक की मौत दिल के दौरे के कारण हुई, लेकिन शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय से उनके शव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने के बाद आत्महत्या के कोण से मामले की जांच शुरू की गई है.
पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कल्पेश याग्निक की कई हड्डियां टूटे होने की बात सामने आई है. DIG ने बताया कि पुलिस को शुरुआती जांच के बाद संदेह है कि याग्निक ने दैनिक भास्कर के तीन मंजिला कार्यालय के छत से छलांग लगाकर आत्महत्या की.