पूर्णिया, मधेपुरा और कटिहार जिलों में मंगलवार रात आई आंधी और बारिश में करीब तीन दर्जन लोग मारे गए हैं और हजारों घर बर्बाद हो गए हैं। पूर्णिया जिले में 25, मधेपुरा में 7 और कटिहार में एक आदमी की मौत की खबर है।
सैकड़ों लोग जख्मी भी हुए हैं। सड़कों और बिजली के खंभों पर पेड़ गिर जाने से यातायात और बिजली व्यवस्था ठप पड़ गई। आंधी-तूफान से मोबाइल टावरों को भी नुकसान हुआ है, जिससे मोबाइल नेटवर्क भी काम नहीं कर रहा है।
इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है। वह इलाके का दौरा भी करने वाले हैं। आंधी-तूफान में 100 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति के नुकसान का अनुमान है।
15 हजार घर, 5 हजार पेड़ तबाह, डाक्टरों का दल रवाना
आंधी में 15 हजार से ज्यादा घर और पांच हजार पेड़ के गिरने का अनुमान है। प्रशासन के आकलन के अनुसार करीब 3 हजार जानवर भी मारे गए हैं। प्रशासन की ओर से पहले प्रभावित परिवार के लोगों के बीच चेक वितरण का काम शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में खाने की सामग्री पहुंचाने की पहल भी शुरू कर दी गई है।
पटना सहित आस-पास से डॉक्टरों के दल को भी पूर्णिया बुला लिया गया है। मधेपुरा जिले में मुरलीगंज, बिहारीगंज और उदाकिशनगंज प्रखंड सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। यहां के कई गांवों में सैकड़ों झोपड़ियां उड़ गईं। पूर्णिया के ऊपर लोकल साइक्लोनिक सिस्टम बना था, जिसमें पूर्णिया, मधेपुरा और सहरसा जिले में तेज हवा के साथ बारिश हुई। आंधी-बारिश का केंद्र पूर्णिया था।
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