मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस के मौके पर दिल खोलकर पत्रकारों से बातचीत की और यह यह आरोप भी मढ़ दिया कि मीडिया जनसरोकार के मुद्दों के बजाए दूसरे मुद्दों पर ज्यादा फोकस करता है। उन्होंने कहा कि सृजनात्मक पहलुओं पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। सीएम ने कहा कि हमने कई बार मीडिया रिपोर्टों के आधार कार्रवाई की है, लेकिन ऐसी खबरे काफी कम आती हैं। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि आप हमें बताएं कि किन दलित-महादलित गांवों में सड़क नहीं बनी है। हम उन गांवों यथाशीघ्र सड़क बनवाएंगे। अपने संबोधन उन्होंने कहा कि पटना समेत सभी जिलों के प्रेस क्लब का गठन किया जाएगा। सीएम ने कहा कि वह पत्रकारों को हर संभव सहुलियत देने के लिए प्रयासरत हैं।
नौकरशाही ब्यूरो
मुख्यमंत्री ने अपनी संबोधन के दौरान कल बाढ़ में मगही में दिए गए भाषण की चर्चा करते हुए कहा कि भोजपुरी से मगहिए दुबर। राजीव प्रताप रुडी ने भोजपुरी भाषण दिया था। सीएम ने कहा कि हमने जनता से पूछा कि हम मगही में भाषण दें, तो जनता ने हुंकारी भरी और फिर पूरा भाषण मगही में दिया। श्री मांझी ने पत्रकारों से कहा कि आप निर्भय होकर खबर लिख सकते हैं, जनता के मुद्दों को उठा सकते हैं। आप जनता की आवाज बनिए और व्यवस्था में व्याप्त कमियों को उजागर कीजिए। इस मौके पर सांसद हरिवंश, आइपीआरडी के सचिव अतीश चंद्रा व निदेशक विपिन सिंह भी मौजूद थे।
मोदी से कम नहीं मांझी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कभी-कभार कैमरा उठाकर फोटो खींचने का जबाव सीएम ने फोटो खींच कर दिया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने छायाकारों के आग्रह पर कैमरा उठाया और तस्वीर भी खींची। इस दौरान उन्होंने फोटोग्राफरों के आग्रह पर रिटेक भी किया। आज के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री काफी तनाव मुक्त थे और पत्रकारों के साथ भोजन भी किया। इस दौरान उन्होंने देश-दुनिया की बातों को शेयर भी किया।