अपने बॉडीगार्ड के मार्फत एक लाख दस हजार रुपये लेने के आरोपी नवादा के रजौली के एसडीपीओ वीरेंद्र साहू पर निलंबन की गाज गिर ही गयी. गृह विभाग ने उनके निलंबन की सूचना जारी कर दी है.
साहू 2010 बैचे के बिहार पुलिस सेवा के अफसर हैं. सरकारी नोटिफिकेशन में बताया गया है कि निलंबनन के दौरान उन्हें केवल गुजारा भत्ता दिया जायेगा. साहू अब पूर्णिया के डीआईजी के कार्यलय के तहत रहेंगे. इस दौरान वह सक्षम अफसर की इजाजत के बिना पूर्णिया नहीं छोड़ सकेंगे.
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पिछले दिनों निगरानी ने रजौली के डीएसपी वीरेंद्र कुमार साहू के बॉडीगार्ड मुन्ना खान को एक लाख दस हजार रुपय रिश्वत लेते पकड़ा. मुन्ना खान ने पुलिस हिरासत में स्वीकार किया कि उसने यह रुपए डीएसपी के कहने पर लिये. मुन्ना के इस वक्तव्य की बुनियाद पर डीएसपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है.
मामले के तह तक पहुंचने के लिए निगरानी और जांच कर रही है. निगरानी विभाग के एएसपी सुशील कुमार इस केस के जांचकर्ता बनाये गये हैं.