उत्तर प्रदेश के आईजी अमिताभ ठाकुर फिर विवादों में हैं, हाल ही में ज्वाइन करने के साथ ही उन्हें कार्यकुमक्त कर दिया गया है इधर ठाकुर का कहना है कि भ्रष्टाचार से समझौता नहीं करने के कारण ही उनके साथ ऐसा किय गया है.
एडीजी अभियोजन आर एन सिंह ने आज ठाकुर को ना सिर्फ एकपक्षीय रूप से कार्यमुक्त कर दिया बल्कि उनके साथ सम्बद्ध स्टेनो, अर्दली, ड्राइवर तथा सुरक्षाकर्मी भी हटा लिया. यहाँ तक कि श्री ठाकुर के साथ सम्बद्ध गाडी भी हटा ली और श्री ठाकुर को अपनी निजी गाडी बुलानी पड़ी.
इस संबंध में ठाकुर ने नौकरशाही डॉट इन से कहा कि कि उनके साथ ऐसा इसलिए किया गया कि एडीजी अभियोजन को मेरी वजह से अनियमितता और मनमर्जी करने में दिक्कत होती इसलिए हमें कार्यमुक्त कर दिया गया. ठाकुर ने कहा कि मैं अपना नुकसान उठा सकता हूं लेकिन सिस्टम में चल रहे भ्रष्टाचार का हिस्सा कभी नहीं बन सकता
ठाकुर का मात्र एक पखवाड़ा पहले ही अभियोजन विभाग से नागरिक सुरक्षा में ट्रांसफर हुआ था. चूँकि आरएन सिंह पिछले दो सालों से अभियोजन कार्यालय में तैनात हैं और श्री ठाकुर द्वारा विभागीय गड़बड़ियों और दुरुपयोग पर ध्यान दिया जाना शुरू कर दिया गया था अतः श्री सिंह ने यह आदेश पाते ही नियमविरुद्ध ढंग से उन्हें एकपक्षीय रूप से कार्यमुक्त कर दिया.
जबकि इस आदेश का पालन श्री सिंह को नहीं करना था बल्कि श्री ठाकुर को करना था. इस पर स्थिति से अवगत कराने पर श्री सिंह ने आक्रोश में आ कर आईजी स्तर के एक अधिकारी के साथ इस प्रकार का कृत्य किया.
श्री ठाकुर का कहना है कि वे अभी तक अभियोजन विभाग से नियमानुसार कार्यमुक्त नहीं हुए हैं और उन्होंने अपने ट्रांसफर के सम्बन्ध में प्रत्यावेदन भेजा है. वे आगे शासन के अग्रिम आदेश तक अपना कार्य करते रहेंगे.