बिहार विधान परिषद में आज मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने राज्य की छवि धूमिल करने वाले चार मंत्रियों को बर्खास्त करने की मांग को लेकर भारी शोरगुल और नारेबाजी की, जिसके कारण कार्यवाही को भोजनावकाश से पूर्व स्थगित कर दी गयी।
शून्यकाल के तुरंत बाद ही भाजपा के रजनीश कुमार ने कहा कि उन्होंने बिहार के सहकारिता मंत्री आलोक कुमार मेहता , लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण एवं विधि मंत्री कृष्णनंदन वर्मा , श्रम संसाधन मंत्री विजय प्रकाश और उत्पाद एवं निबंधन मंत्री अब्दुल जलील मस्तान के कारण राज्य की छवि धूमिल हुयी है । उन्होंने कहा कि इसी मामले को लेकर उन्होंने कार्यस्थगन की सूचना दी है ।
श्री कुमार ने कहा कि मंत्री श्री मेहता और श्री वर्मा ने एएनएम की बहाली में पैरवी की थी, वहीं मंत्री श्री प्रकाश ने पटना स्थित हीरा कारखाना के मालिक का भयादोहन एवं शोषण करने का काम किया है । उन्होंने कहा कि इसी तरह मंत्री श्री मस्तान के कारनामों के कारण राज्य की छवि एक बार फिर धूमिल हुयी है । भाजपा सदस्य ने कहा कि इन मंत्रियों के कृत्यों के कारण राज्य बदनाम हुआ है । वहीं राज्य के आम लोगों में सरकार एवं ऐसे मंत्रियों के खिलाफ भारी आक्रोश है । उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इन चारों मंत्रियों को बर्खास्त कर देना चाहिए ।