पटना कॉलेज के स्थापना दिवस के मौके पर शुक्रवार को कैंपस में ही समारोह का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि के तौर पर राज्य सरकार के शिक्षा मंत्री वृशिण पटेल आए तो उन्होंने वर्तमान की बातें छेड़ दी। उन्होंने अपने भाषण के दौरान शिक्षकों और सभागार में बैठे लोगों को बीते दिनों की बातें छोड़ वर्तमान पर ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि पटना कॉलेज का स्थापना दिवस एक ऐतिहासिक दिन है, लेकिन हमें बीती बातें छोड़ अभी वर्तमान पर ध्यान देना होगा। क्योंकि वर्तमान ठीक होगा तभी भविष्य की बेहतरी की उम्मीद जगेगी। शिक्षा मंत्री ने अपने सरकार में किए सुधार कार्यों को भी गिनवाया।
भास्करडॉटकॉम की खबर के अनुसार, फरवरी में यूजीसी चेयरमैन और केंद्रीय मानव संसाधन विकास विभाग के राज्य मंत्री के साथ स्किल डेवलपमेंट को लेकर एक बैठक के बारे में भी शिक्षा मंत्री ने जानकारी दी। शिक्षा मंत्री की वर्तमान को लेकर की गई बातों से भड़के पटना कॉलेज प्राचार्य प्रो. एनके चौधरी ने पटना कॉलेज और पटना विश्वविद्यालय के वर्तमान हालात की चर्चा की। प्रो. चौधरी ने कहा कि बात गुणवत्ता पूर्वक शिक्षा की हो रही है, लेकिन सरकार का इस पर कोई ध्यान नहीं है। पटना कॉलेज में शिक्षकों के सृजित पद 75 हैं, लेकिन सिर्फ 27 शिक्षक काम कर रहे हैं। प्राचार्य के भड़कने के बाद शिक्षा मंत्री ने दुबारा अपनी बात पर सफाई दी कि वे कॉलेज और विश्वविद्यालय की वर्तमान स्थिति से अवगत हैं। इस स्थिति में सभी को मिल कर उच्च शिक्षा के लिए काम करना चाहिए।
कार्यक्रम में दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के पूर्व प्रोफेसर डॉ. जे. कृष्णमूर्ति ने कहा कि आज भी स्कूलों से ड्रॉपआउड शिक्षा व्यवस्था की बड़ी समस्या बनी हुई है। कार्यक्रम में पटना विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. आरके वर्मा, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के चेयरमैन प्रो. लालकेश्वर प्रसाद सहित अन्य शिक्षक आदि मौजूद रहे।