स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय इन दिनों अस्वस्थ चल रहे हैं। खांसी से परेशान हैं। इसका असर विधान परिषद की कार्यवाही में दिखा। सदस्यों को भी उनकी परेशानी का अहसास हुआ। इस परेशानी को कम्युनिस्ट सदस्य केदार पांडेय ने भी अनुभव किया। इस संबंध में अपना अनुभव भी स्वास्थ्य मंत्री के साथ साझा किया। उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के कक्ष में दोनों ‘पांडेय जी’ की मुलाकात हुई। केदार पांडेय ने अपनी भावनाओं से मंगल पांडेय को अवगत कराते हुए कहा कि स्वास्थ्य मंत्री का स्वास्थ्य खराब होने के बाद भी सदन में इनका उत्तर बहुत अच्छा था।
वीरेंद्र यादव, विधान परिषद से
उपमुख्यमंत्री के कक्ष से निकल कर मंगल पांडेय रजनीश कुमार के कक्ष में पहुंचे। स्वास्थ्य की ‘असहजता’ वहां भी पीछा नहीं छोड़ा। उन्होंने अपनी परेशानी अन्य सदस्यों से साझा की। अशोक अग्रवाल ने राबड़ी देवी का उद्गार उन्हें सुनाया। उन्होंने बताया कि राबड़ी देवी ने सुबोध राय से कहा कि स्वास्थ्य मंत्री से ज्यादा सवाल मत पूछा कीजिए। ज्यादा सवाल कीजिएगा तो पूर्व स्वास्थ्य मंत्री (तेजप्रताप यादव) का मुद्दा उठा देंगे। इस ‘अभयदान’ से स्वास्थ्य मंत्री ने भी राहत महसूस की।
उपमुख्यमंत्री के कक्ष में भाजपा विधान पार्षद और विधायक विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए बैठे हुए थे। इस दौरान एक ही रंग के कई लोगों ने कपड़े पहन रखे थे। इस पर सुशील मोदी ने कहा कि कपड़ों का रंग देखकर समझा जा सकता है कि आज कौन सा दिन है। राजनीतिक निर्णयों में ज्योतिषियों के हस्तक्षेप को लेकर भी चर्चा हुई। उधर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के कमरे में भी राजद के विधान पार्षद सदन की कार्यवाही को लेकर चर्चा कर रहे थे। इसके साथ ही लालू यादव से जुड़े सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले को लेकर भी मंथन हो रहा था।