दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि केन्द्र ने दिल्ली के भ्रष्टाचार विरोधी ब्यूरो (ए सी बी ) के प्रमुख को रातों रात इसलिये बदल दिया क्योंकि भारतीय जनता पार्टी को डर था कि दिल्ली सरकार की ए सी बी केन्द्र सरकार के एक मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने जा रही है ।
यह दावा श्री केजरीवाल ने एक चैनल के साथ बातचीत में किया । उन्होंने इस मामले में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को घसीटने का प्रयास करते हुए आरोप लगाया कि वह दिल्ली पुलिस के लोगों को भेजकर दिल्ली के गृह विभाग को अपने इशारों पर चला रहे हैं । उन्होंने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी एकदम सही थे, जब उन्होंने देश में एक बार फिर आपातकाल लागू होने की आशंका जतायी थी। उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर यह आशंका सही नहीं है तो चपरासी से लेकर मुख्य सचिव तक के सभी पदों के लिये वह स्वयं क्यों फैसला कर रहे हैं। श्री केजरीवाल ने इंटरव्यू में कहा कि श्री मोदी से यह पूछा जाना चाहिए कि वह एसीबी कार्यालय से अर्धसैनिक बल क्यों नहीं हटा रहे हैं? अगर ये हट जायें तो हमें रोजाना 15 लाख फोन आने लगेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि उप राज्यपाल नजीब जंग ने रातों रात एसीबी के स्वरूप को इसलिए बदल दिया कि भाजपा को इस बात का भय था कि दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी यह इकाई मोदी सरकार के एक कैबिनेट मंत्री पर कार्रवाई करने जा रही है। उपराज्यपाल नजीब जंग के साथ टकराव के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र उप राज्यपाल के माध्यम से दिल्ली सरकार को काम नहीं करने दे रही है और उसके लिए सीधे प्रधानमंत्री जिम्मेदार हैं।