बिहार विधानसभा में आज मक्के की फसल में दाना नहीं आने के कारण शिवहर में एक किसान के आत्महत्या करने के मामले को लेकर राष्ट्रीय जनता दल और भाकपा माले के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया।
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही राजद और भाकपा माले के सदस्यों ने मक्के की फसल में दाना नहीं आने और इसके कारण शिवहर के तरियानी थाना क्षेत्र के राजाडीह गांव में किसान नारद राय के जहर खाकर आत्महत्या करने के मामले को उठाया। इसी दौरान भाकपा माले के महबूब आलम और सुदामा प्रसाद हाथों में अखबार की प्रति लहराते हुए सदन के बीच में आ गये और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
सभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने भाकपा माले के सदस्यों से अपनी सीट पर जाने का आग्रह करते हुए कहा कि यदि वे नियम के तहत किसी विषय को सदन में उठायेंगे तभी सरकार उसका जवाब दे पायेगी। सभाध्यक्ष के आग्रह का भाकपा माले के सदस्यों पर कोई असर नहीं हुआ और नारेबाजी करते रहे। श्री चौधरी ने सभा की कार्यवाही जारी रखते हुए प्रश्नोत्तरकाल शुरू कराया। प्रश्नकाल के बीच ही सभाध्यक्ष ने एक बार फिर माले सदस्यों से सीट पर जाने का अनुरोध किया। माले सदस्य श्री आलम ने कहा कि सदन में उनकी पार्टी का संख्या बल कम है इसलिए उनकी बात नहीं सुनी जा रही है। इसपर सभाध्यक्ष ने कहा कि सदन में आपकी पार्टी का संख्या बल कम है, इसके लिए सदन उत्तरदायी नहीं है। प्रश्नकाल को चलने दें और सदन का समय बर्बाद नहीं करें। सभाध्यक्ष के इतना कहते ही माले सदस्यों के समर्थन में राजद के सदस्य भी सदन के बीच में आ गये और नारेबाजी करने लगे।