भाजपा शासित मध्यप्रदेश के सिंहस्थ मेला में आला खरीद में ऐसा घोटाला हुआ है जिसे सुन कर लोग दंग हैं. मरीजों की धड़कनें सुनने वाले आला की 93 रुपये की जगह सात हजार रुपये की कीमत दिखायी गयी.
दैनिक जागरण में पत्रकार प्रमोद त्रिवेदी की रिपोर्ट के अनुसार राज्य के सरकारी अस्पतालों के लिए एक आला की खरीद पर 93 रुपये खर्च किये गये वहीं सिंहस्थ मेंले के लिए इस एक आला की खरीद पर सात हजार रुपये खर्च किये गये.
यानी एक आला की कीमत पर 80 गुना ज्यादा का बिल दिखाया गया. खबर के अनुसरा सिर्फ स्टेथोस्कोप आला) ही नहीं बल्कि मेले में उपयोग करने के लिए दूसरे मेडिकल साज समान पर भी कई गुना ज्यादा खर्च करने की खबर है. मेले के आयोजन के दौरान उपयोग के लिए कुल 60 करोड़ रुपये के स्वास्थ्य समाग्री की खरीद दिखायी गयी जबकि इसका वास्तविक मूल्य मात्र पांच करोड़ रुपये है.
उद्योग विभाग के एमडी कांता राव ने अखबार को बताया कि हमने तमाम खरीद के लिए निविदा निकाला था. अगर इसके बावजूद खरीद में कोई गड़बड़ी है तो हम इसकी जांच करने को तैयार हैं. वहीं भूपेंद्र सिंह जो सिंहस्थ मेले के प्रभारी व कैबिनेट मंत्री हैं, ने कहा कि इस खरीद में इतना अंतर कैसे हो गया इसकी हम जांच करवायेंगे.