कॉलेज ऑफ कॉमर्स के स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग में शनिवार को पोस्टर प्रदर्शनी लगायी गई। ’मनोविज्ञान का शास्त्रीय अध्ययन’ विषय पर आयोजित इस प्रदर्शनी में विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया.
मनोविज्ञान के शोध छात्रों द्वारा तैयार किये करीब दो दर्जन पोस्टरों की प्रदर्शनी के माध्यम से समाज में मनोविज्ञान के योगदान को रेखांकित किया गया।
स्नातकोत्तर मनोविज्ञान केन्द्र के विभागाध्यक्ष व प्रदर्शनी के संयोजक प्रो. जय मंगल देव ने इस संबंध में बताया कि मनोविज्ञान के प्री-पीएचडी शोध छात्रों द्वारा तैयार किये करीब दो दर्जन पोस्टरों की प्रदर्शनी लगायी गई। इसके माध्यम से समाज में मनोविज्ञान के योगदान को रेखांकित किया गया व मनोविज्ञान के विभिन्न पहलुओं के प्रति लोगों को जागरूक किया गया।
उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी के माध्यम से बताया गया कि मनोविज्ञान में हुए शोधों ने मनावैज्ञानिक रोगों का कारण, प्रभाव एवं निवारण को सामने लाया जिससे मानव जीवन को सुगम, रोगमुक्त बनाने में मदद मिली।
ईश्वर द्वारा निर्मित मानव मन को समझने के लिए मनोविज्ञान के शोध मददगार हैं। प्रो. देव ने बताया कि तीन सदस्यीय निर्णायक मंडल द्वारा मूल्यांकन करने के बाद उत्कृष्ट प्रदर्शनी को पुरस्कृत किया गया।
प्रियंका कुमारी को प्रथम, तापोशी वर्मन को द्वितीय तथा गीतांजली व कमलेश कुमार गुप्ता को संयुक्त रुप से तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।
निर्णायक मंडल में प्रो. रुपम, प्रो. दीक्षीका सरकार एवं प्रो. विधानचंद्र राय शामिल थे। पुरस्कार की घोषणा प्रो. जैनेन्द्र कुमार ने की। प्रदर्शनी का उद्घाटन कॉलेज ऑफ कॉमर्स के प्राचार्य प्रो. बबन सिंह ने किया।