हिन्दी की जानी-मानी विद्वान और लेखिका ममता कालिया को इस वर्ष के व्यास सम्मान के लिए चुना गया है। श्रीमती कालिया को उनके उपन्यास ‘दुखम् सुखम्’ के लिए के के बिरला फाउंडेशन के 20 वें व्यास सम्मान से सम्मानित किया जायेगा। इस पुरस्कार के तहत 3 लाख 50 हजार रूपये की नकद राशि दी जाती है और यह किसी भारतीय लेखक को पिछले दस वर्ष के दौरान उत्कृष्ट साहित्यिक कृति के लिए दिया जाता है।
दुखम सुखम उपन्यास वर्ष 2009 में लिखा गया था और प्रसिद्ध साहित्यकार डा विश्वनाथ प्रसाद तिवारी की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने श्रीमती कालिया को इस सम्मान के लिए चुना है। व्यास सम्मान की शुरूआत वर्ष 1991 में की गयी थी और यह हिन्दी की उत्कृष्ट कविता, उपन्यास, लघु कहानी, नाटक, भाषा के इतिहास, आलोचना, निबंध और जीवनी आदि कृतियों के लिए दिया जाता है। पिछले वर्ष यह पुरस्कार श्री सुरेन्द्र वर्मा को दिया गया था। दुखम् सुखम् उपन्यास में एक निम्न मध्यम वर्ग के परिवार की तीन पीढियों की गाथा का उल्लेख किया गया है। उपन्यास में हमारे समाज में संबंधों तथा परिस्थितयों में आये बदलाव का खूबसूरती से वर्णन किया गया है।