पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा है कि केंद्र राज्यों के मामले में दखलअंदाजी बंद करे.
बनर्जी ने अफने फेसबुक पेज पर लिखा है कि वह 26 सालों से सार्वजनिक जीवन में हैं लेकिन मैंने महसूस किया है कि जबसे केंद्र में नयी सरकार आयी है वह राज्यों के मामले में अपनी सीमा लांघ कर हस्तक्षेप करने लगी है.
संघीय ढांचे के तहत केंद्र व राज्य के अधिकार हैं. केंद्र सरकार की भूमिका मुख्य नीतिगत फैसले लेने की होती है. यह अपेक्षा की जाती है कि केंद्र व राज्य एक दूसरे की गतिविधि में हस्तक्षेप नहीं करेंगे. अब केंद्र सरकार लगातार व गैरजरूरी तरीके से राज्य के मामले में हस्तक्षेप कर रही है जो संविधान के मुताबिक अपेक्षित नहीं है. यहां तक कि दूरदर्शन व निजी चैनलों पर भी विवादित मुद्दे दिखाये जा रहे हैं जिससे विभिन्न राज्यों में सांप्रदायिक तनाव फैल रहा है. यह केंद्र सरकार के सक्रिय सहयोग से हो रहा है जो एक राजनीतिक दल की तरह बर्ताव कर रहा है.
ऐसा चलन पहले कभी देखने को नहीं मिला.यह अलोकतांत्रिक व अनैतिक है. यह संवैधानिक नीतियों के उल्लंघन का खतरनाक संकेत है जो देश के संघीय ढांचे और लोकतंत्र को खतरे में डाल रहा है.
उन्होंने लोगों से अपील की है कि ऐसे में हमें एकजुट रहने की जरूरत है और साम्प्रदायिक शक्तियों की साजिश को विफल करना है.