मधुबनी के परमेश्वरी स्थान मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद मंदिर धोने के विवाद के बीच मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन जाएंगे। वह दसमी के दिन महाकाल के दर्शन करेंगे और राज्य में सुख, समृद्धि और शांति की कामना करेंगे। सीएम शुक्रवार को सुबह पटना से उज्जैन जाएंगे। वहां महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करेंगे। इस इस यात्रा के दौरान वह कुछ और दर्शनीय व धार्मिक महत्व की जगहों पर जा सकते हैं। उनके छह अक्टूबर को पटना लौटने की संभावना है।
वीरेंद्र यादव
पिछले दिनों सीएम ने खुद खुलासा किया था कि उपचुनाव के दौरान उन्होंने परमेश्वरी स्थान मंदिर में पूजा अर्चना की थी और उनके वहां से जाने के बाद मंदिर में मूर्ति को धोया गया था। उनके इस बयान के बाद राजनीति में गरमा गयी थी और अभी यह मुद्दा भी बहसों के केंद्र में है। इस बीच खबर है कि मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर की पूजा अर्चना करेंगे। वह अपनी तीन दिवसीय मध्यप्रेदश प्रवास के दौरान कई अन्य धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व की जगहों पर भी जाएंगे। सीएमओ अभी उनकी यात्री को अंतिम रूप देने में जुटा है।
51 शक्तिपीठों में से एक पीठ महाकालेश्वर मंदिर परिसर में ही है। महाकालेश्वर मंदिर में ज्योतिर्लिंग के अलावा गणेश, पार्वती व कार्तिकेय की मूर्तियां भी स्थापित हैं। यह 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह मध्य प्रदेश के पर्यटन उद्योग का मुख्य आधार है। क्षीप्रा नदी के किनारे अवस्थित महाकालेश्वर का पौराणिक महत्व है और धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र है। उज्जैन तंत्र विद्या और खगोल के लिए विख्यात रहा है।