बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल नीत महागठबंधन को सड़क छाप लोगों का गठबंधन बताकर अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया है और इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
श्री यादव ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि महागठबंधन में शामिल विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी को ‘सड़क छाप’ बताकर श्री कुमार ने पूरे मल्लाह समाज को अपमानित किया है। श्री कुमार को तत्काल माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री सहनी की अपनी एक अलग पहचान है।
प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि इससे पहले श्री कुमार ने राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष एवं तत्कालीन मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा के लिए भी ‘नीच’ शब्द का इस्तेमाल किया था। श्री कुमार के भारतीय जनता पार्टी से हाथ मिलाने के बाद से उनकी भाषा बिगड़ चुकी है। उन्होंने कहा कि श्री कुमार यह अच्छी तरह से जान रहे हैं कि सत्ता में उनकी दुबारा वापसी होने वाली नहीं है इसलिए बेचैनी में उनकी भाषा में गिरावट आयी है।
श्री यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार का यह कहना कि भ्रष्टाचार से कभी भी वह समझौता नहीं कर सकते तो उन्हें यह बताना चाहिए कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को एक मामले में वर्ष 2012 में आरोपी बना दिया गया था फिर उनसे (राजद अध्यक्ष) हाथ मिलाकर सत्ता में क्यों आये। इसी तरह श्री कुमार को यह बताना चाहिए कि भाजपा से किन कारणों से वह अलग हुए थे और अब फिर दुबारा जब भाजपा से हाथ मिला लिया है तब ऐसे में जिन कारणों से अलग हुए थे उसका समाधान हो गया क्या।