हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने आज दावा किया कि लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से नाता तोड़ महागठबंधन में शामिल होने के लिए राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के संपर्क में थे।
श्री मांझी ने पत्रकारों से कहा कि श्री पासवान श्री यादव के संपर्क में थे और उन्होंने राजग से अलग होने के बाद महागठबंधन में शामिल होने की इच्छा भी जताई थी। उन्होंने कहा कि श्री यादव जब पटना में थे तब उन्हें यह बात बताई थी। हम अध्यक्ष ने कहा कि श्री यादव ने बताया था कि श्री पासवान ने उन्हें टेलीफोन कर महागठबंधन में शामिल होने की इच्छा जताई थी। इसी तरह राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रोलासपा) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भी महागठबंधन के शामिल होने के प्रस्ताव के साथ श्री यादव के संपर्क में थे। हालांकि श्री कुशवाहा बाद में महागठबंधन में शामिल हो भी गये।
मांझी ने कहा कि इतना ही नहीं जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर को अपना दूत बनाकर महागठबंधन में फिर से शामिल होने का प्रस्ताव लेकर श्री यादव के पास भेजा था। हालांकि राजद की नेता एवं राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी श्री कुमार को लेकर ऐसा दावा कर चुकी हैं। बिहार लोजपा के अध्यक्ष एवं नीतीश सरकार में मंत्री पशुपति कुमार पारस ने श्री मांझी के आरोपों पर पलटवार करते हुये कहा कि वह सरासर झूठ बोल रहे हैं।