राज्य की महागठबंधन सरकार में दाढ़ी को तरजीह मिल रही है। इस सरकार में कई मंत्री दाढ़ी वाले हैं। इतना ही नहीं, वर्तमान विधानमंडल में सत्ता और विपक्ष दोनों ओर दाढ़ी वालों का दबदबा है।
वीरेंद्र यादव
सरकार में वरीयताक्रम के सीएम समेत चार मंत्रियों में तीन ‘दाढ़ीप्रेमी’ हैं। सीएम नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और वित्त मंत्री अब्दुलबारी सिद्दीकी के चेहरे पर दाढ़ी इनकी पहचान बन गयी है। उधर विधानसभा में विरोधी दल के नेता प्रेम कुमार और परिषद में विरोधी दल के नेता सुशील कुमार मोदी भी दाढ़ी वाले हैं। प्रेम कुमार की दाढ़ी कभी-कभी गायब भी हो जाती है, जबकि सुशील मोदी की पहचान में दाढ़ी अभिन्न हिस्सा बन गयी है।
राज्य के कई मंत्री दाढ़ी पंसद हैं। सहकारिता मंत्री आलोक मेहता, कृषि मंत्री रामविचार राय, श्रमसंसाधन मंत्री विजय प्रकाश, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार और निबंधन मंत्री अब्दुल जलील मस्तान भी दाढ़ी रखते हैं।
धोती वालों का अकाल
विधानमंडल के दोनों सदनों में धोती वाले नेताओं की संख्या लगातार घटती जा रही है। विधान सभा में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार, कृषि मंत्री रामविचार राय, हरिनारायण सिंह, सदानंद सिंह आमतौर पर धोती में नजर आते हैं। कुल मिलाकर दर्जन भर विधायक ही धोतीवाले रह गए हैं। उधर विधान परिषद में भाजपा के विनोद नारायण झा, भाकपा के केदारनाथ पांडेय आदि ही धोती में नजर आते हैं। हालांकि शूट-बूट वाले विधानमंडल सदस्यों की संख्या में इजाफा हो रहा है, लेकिन गति काफी धीमी है। शूट-बूट अभी शौकिया रूप ही ग्रहण किया है। लेकिन सफेद जूता, पायजामा और कुर्ता सबकी पंसद है और राजनेताओं की पहचान भी है।