मुख्यमंत्री एवं जदयू के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार ने कहा कि धर्मनिरपेक्ष दलों के महागठबंधन से भाजपा बेचैन हो गयी है और इसलिए अपने अंतिम अस्त्र के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का इस्तेमाल कर रही है।
श्री कुमार ने पटना में जदयू विधानमंडल दल की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि 30 अगस्त को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में महागठबंधन की ओर से बिहार स्वाभिमान रैली का आयोजन किया गया है । भाजपा के कुनबे द्वारा बिहारी स्मिता पर जो हमले किये जा रहे है, उसकी भावना का रैली के माध्यम से प्रकटीकरण होगा। उन्होंने कहा कि जदयू, राजद और कांग्रेस के बीच महागठबंधन होने से भाजपा में बेचैनी हो गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बेचैनी में भाजपा अपने अंतिम अस्त्र के रूप में श्री मोदी का इस्तेमाल कर रही है और उसे उनके भाषण की तिथि को भी बदलना पड़ रहा है । झूठ का साम्राज्य अधिक दिनों तक नहीं चलता है।
उन्होंने रैली को सफल बनाने के लिए पूरी एकजुटता के साथ ही मुस्तैदी से लगने की अपील की। इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद वशिष्ट नारायण सिंह ने कहा कि रैली को ऐतिहासिक बनाने की बड़ी राजनीतिक जिम्मेवारी सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर है । रैली ऐतिहासिक हो इसके लिए सभी को पूरी लगन के साथ लगने की आवश्यकता है । उन्होंने कहा कि 19 अगस्त को जदयू, राजद और कांग्रेस के जिलाध्यक्षों की संयुक्त बैठक होगी जिसमें रैली को ऐतिहासिक बनाने पर विशेष चर्चा की जायेगी ।