बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डा अनिल सुलभ की दिवंगत माता तथा पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री रघुनाथ झा की भाभी स्वर्गिया महालक्ष्मी देवी की पुण्य-स्मृति में श्रद्धा-तर्पण स्वरूप, पटना स्थित इंडियन इंस्टिच्युट औफ़ हेल्थ एजुकेशन ऐंड रिसर्च के तत्त्वावधान में आज अम्बा ओझा टोला में निःशुल्क श्रवण-जांच शिविर लगाया गया, जिसका उद्घाटन श्री झा ने अपने कानों की जांच करा कर किया।
शिविर में 75 व्यक्तियों को निःशुल्क श्रवण-यंत्र दिये गये। इनमें से 50 व्यक्तियों में श्रवण-क्षमता न्युनतम अवस्था तक पहुँच चुकी थी।
इस अवसर पर अपना विचार व्यक्त करते हुए श्री झा ने कहा कि शिवहर जिले में सुनने और बोलने से संबंधित समस्याओं की जांच और उपचार की पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध नही है। बड़ी संख्या में लोग, खास तौर से वृद्धजन, इस समस्या से पीड़ित हैं। इस तरह के शिविर नियमित अंतराल पर बराबर लगाये जाने चाहिये। उन्होंने कहा राज्य सरकार को भी चाहिये कि प्रत्येक जिले में, कम से कम एक भी ऐसा केन्द्र अवश्य स्थापित करे, जहां ऐसी व्यवस्था उपलब्ध हो। उन्होंने स्वर्गीया महालक्ष्मी देवी के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके प्रति अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
शिविर के उद्घाटन समारोह में, पूर्व विधायक अजीत कुमार झा, संस्थान के निदेशक-प्रमुख डा अनिल सुलभ, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सीताराम झा, अनिल ठाकुर, संस्थान के निदेशक आकाश सुलभ, मोदनारायण मिश्र, राजीव ठाकुर, अरुण कुमार झा, सुनील कुमार झा, सूर्यवंशी झा वैदिक, पारस नाथ मिश्र तथा संस्थान के संपदा अधिकारी आभास कुमार उपस्थित थे। वरिष्ठ औडियो लौजिस्ट डा विकास कुमार सिंह तथा डा प्रीति कुमारी ने आधुनिक औडियो मीटर का उपयोग कर श्रवण-क्षमता की जाँच की।
दूसरी ओर श्रद्धा-तर्पण-कार्यक्रम आज गये रात तक चला। संध्या में महालक्ष्मी देवी के बड़े पुत्र अरुण कुमार झा की पगड़ी की रश्म अदा हुई तथा पांच हज़ार से अधिक लोगों ने इस पुण्योत्सव में भाग लिया, जिनमें पूर्व सांसद सीताराम यादव, पूर्व सांसद नवल किशोर राय, वरिष्ठ जदयु नेता और बेलसंड विधायक सुनीता सिंह चौहान के पति राणा रणधीर सिंह चौहान, शिवहर के जिलाधिकारी राज कुमार, पुलिस अधीक्षक प्रकाश नाथ मिश्र, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, बिन्देश्वरी सिंह पहाड़पुरी, शंकर हिन्दुस्तानी, मनोज पाण्डेय, मनोरमा देवी समेत जिला के सभी वरिष्ठ अधिकारी एवं सामाजिक राजनैतिक कार्यकर्ता शामिल थे।
इस अवसर पर बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन की ओर से एक श्रद्धांजलि-सभा भी आयोजित हुई, जिसमें सम्मेलन के प्रांतीय अर्थ मंत्री योगेन्द्र प्रसाद मिश्र ने बिहार के महामहिम राज्यपाल रामनाथ कोविंद की ओर से डा सुलभ को प्रेषित दिवंगत आत्मा की श्रद्धांजलि-पत्र को पढकर सुनाया तथा अपने श्रद्धांजलि-काव्य का पाठ भी किया। कवि राज कुमार प्रेमी, कवि रवि घोष, श्याम बिहारी प्रभाकर, आचार्य आनंद किशोर शास्त्री, प्रो वागेश्वरी नंदन सिंह, आनंद किशोर मिश्र तथा, नेहाल कुमार सिंह ‘निर्मल, शशि भूषण सिंह तथा कवि विश्वनाथ मिश्र ने भी अपनी कविताओं का पाठ किया।