पिछले साल बिहार में एक डीएसपी रैंक की महिला अधिकारी ने एक आइपीएस अफसर पर यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया था और शादी के लिए दबाव भी बनाया था। इसी प्रकार को मामला यूपी में सामने आया है। हालांकि इसमें प्रताड़ना का मामला है, यौन प्रताड़ना का नहीं।
भास्करडॉटकॉम की खबर के अनुसार, गोरखपुर जिले के डीएम रंजन कुमार पर जूनियर महिला आईएएस अफसर ने गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला आईएएस अफसर की शिकायत के मुताबिक डीएम रंजन कुमार उन्हें रात के दो बजे फाइल देखने के बहाने बुलाते थे। इसके बाद उनसे घर पर खाना बनाने को कहते थे। महिला आईएएस अफसर की शिकायत के मुताबिक उनसे डीएम कहते थे कि तुम्हें शहर में तैनाती इसलिए दी गई है, ताकि तुम्हारा चेहरा मेरे सामने रहे। सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से की है।
आरोप बेबुनियाद : रंजन
बुधवार को ट्रेनी आईएएस अफसर अपने पति के साथ प्रमुख सचिव नियुक्ति से भी बंद कमरे में मिलीं। बाहर निकलने पर उन्होंने कोई भी बात करने से इनकार दिया। पीड़ित अफसर ने मंडल के एक अन्य सीनियर ऑफिसर से भी शिकायत की है। गोरखपुर के डीएम रंजन कुमार ने खुद पर लगे आरोप को गलत ठहराते हुए कहा है कि इसे बेवजह तूल दिया जा रहा है। रंजन के कहा कि वे लोग प्रमुख सचिव नियुक्ति के पास केवल अपने ट्रांसफर के बारे में पता करने गए थे और कहा जा रहा है कि शिकायत करने गए थे। छेड़छाड़ या किसी और तरह की पूरी बात ही गलत है।