आईटी कम्पनी आईगेट के बोर्ड ने प्रेसिडेंट और सीईओ फणीश मूर्ति को यौन उत्पीड़न की शिकायत के बाद कंपनी से निकाल दिया है.
हालांकि फणीश मूर्ति का कहना है कि वो इस मामले में बेगुनाह हैं. फणीश मूर्ति आईटी क्षेत्र का एक जाना पहचाना नाम है जिन्होंने आईगेट को बुलंदियों पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभायी है.
लेकिन अपनी रंगीन मिजाजी के चलते उन्हें नौकरी गंवानी पड़ी है.
यौन उत्पीड़न के मामले की जांच में पता चला था कि फणीश मूर्ति का संबंध कंपनी की ही एक कर्मचारी के साथ था लेकिन उन्होंने इस रिश्ते को छुपाये रखे.
फणीश मूर्ति को ऐसे ही आरोपों के कारण इंफोसिस से निकाल दिया गया था.
हालांकि आईगेट यह स्वीकार करती है कि अपने 10 साल के कार्यकाल के दौरान फणीश मूर्ति ने कंपनी को आईटी इंडस्ट्री में लीडर बनाया.
फणीश मूर्ति ने आईआईटी और फिर आईआईएम जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से पढ़ाई की वह 10 साल इंफोसिस में रहे और इस दौरान उन्होंने ग्लोबल सेल्स हेड की जिम्मेदारी निभाई.