यह एक विचित्र नजारा था जब पुलिस परीक्षा के अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझे के काफिले को न सिर्फ रोक डाला बल्कि घेर कर उनके खिलाफ नारे बाजीकरने लगे.
इस वाक्ये के बद पुलिस अफसरों के बीच कोहराम मच गया. सिटी एसपी समेत दूसरे पुलिस अफसरों ने पहुंच कर मुख्यमंत्री को भीड़ से निकाला और दूसरे रास्ते से उन्हें अण्णे मार्ग उनके आवास के लिए भेजा.
मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी का काफिला कार्यालय से आवास के लिये चला ता. इसके बाद ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में सचिवालय इंस्पेक्टर राजीव सिंह को निलंबित कर दिया गया.
पिछले दिनों कोर्ट नें अनुसूचित जाति के सिपाही के खाली पड़े पदों पर भर्ती के लिए चार माह में प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया था. लेकिन सरकार ने अभी तक इस दिशा कोई कार्रवाई नहीं शुरू की. इसके खिलाफ पुलिस परीक्षा के अभ्यर्थियों का समूह सचिवालय पहुंच कर हंगामा मचाने लगे. इसी बीच जीतन राम मांझी का काफिला भी उसे रास्ते से गुजरा.
इस भीड़ से निपटने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. दूसरी तरफ इस मामले में सचिवालय के एसएचओ राजीव कुमार की लापरवाही सामने आयी जिसके बाद उन्हें एसएसपी जीतेंद्र राणा ने निलंबित कर दिया है.