प्रतिबंधित भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) उग्रवादियों ने 48 घंटे के पूर्वी बिहार बंद की घोषणा के पहले दिन आज जमुई जिले के प्रखंड कार्यालय में विस्फोट, लखीसराय से लगे उरैन स्टेशन के केबिनमैन को धमकी तथा औरंगाबाद में लैंड माइंस का विस्फोट किया ।
माओवादियों ने अपने प्रतिबंधित संगठन के स्वयंभू जोनल कमांडर के पुलिस मुठभेड़ में पिछले दिनों मारे जाने की घटना को लेकर 15 एवं 16 फरवरी को पूर्वी बिहार बंद की घोषणा कर रखी है । इसी को लेकर उक्त प्रतिबंधित संगठन के उग्रवादियों ने अपने प्रभाव वाले कुछ जिलों में उत्पात मचाने की कोशिश की । जमुई के अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) दिवाकर नारायण पांडेय ने यहां बताया कि 15-20 की संख्या में भाकपा माओवादी के हथियारबंद दस्ते ने केन बमों का विस्फोट कर जिले के बरहट प्रखंड कार्यालय को क्षतिग्रस्त कर दिया।
लखीसराय से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार किऊल-जमालपुर रेल खंड के उरैन स्टेशन के केबिन मैन को कल देर रात माओवादियों ने फोन कर इस रेल खंड पर ट्रेनों का परिचालन रोकने को कहा और ऐसा नहीं करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी । केबिन मैन ने तत्काल इसकी सूचना रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को दी जिसके बाद ऐहतियात के तौर पर इस रेल खंड पर कल रात्रि 0100 बजे से आज सुबह सात बजे तक ट्रेनों के परिचालन को रोक दिया गया । रेल पुलिस सूत्रों ने बताया कि परिचालन रोके जाने के कारण इस रेल खंड पर लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनों समेत कई सवारी गाड़ियां विभिन्न स्टेशनों पर रुकी रही ।